एक चिंताजनक प्रवृत्ति
पिछले कुछ वर्षों में भारत में जिम में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों के मामलों में तेजी से वृद्धि देखी गई है। विशेष रूप से कोविड-19 महामारी के बाद, युवा और फिट दिखने वाले व्यक्तियों में अचानक कार्डियक अरेस्ट की घटनाएं सुर्खियों में रही हैं।
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के आंकड़ों के अनुसार, 2022 में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों में 12.5% की वृद्धि दर्ज की गई, जिनमें से कई मामले जिम और अन्य शारीरिक गतिविधियों के दौरान हुए। यह लेख भारत में इस बढ़ती समस्या के कारणों, निदान, और योग-प्राणायाम के माध्यम से इसके रोकथाम की संभावनाओं पर प्रकाश डालता है।
🔗 https://www.abplive.com/gk/have-heart-attack-cases-increased-across-the-world-after-covid-see-the-figures-2684858
3 साल का आंकड़ा (2022-2024):
हालांकि भारत में जिम में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों का विशिष्ट डेटा सीमित है, सामान्य हार्ट अटैक से संबंधित आंकड़े इस समस्या की गंभीरता को दर्शाते हैं:
2022 NCRB की रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में हार्ट अटैक से 32,457 मौतें हुईं, जो 2021 की तुलना में 12.5% अधिक थी। इनमें से कई मामले 25-45 आयु वर्ग के थे, और जिम में इंटेंस वर्कआउट के दौरान हुई मौतें शामिल थीं।
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2023 में TV9 की एक रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों ने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए। 16 साल से लेकर युवा और बुजुर्ग तक इसकी चपेट में आए। NCRB ने बताया कि 2022 में अचानक मौतों में 14% की वृद्धि हुई, जिनमें ज्यादातर हार्ट अटैक से संबंधित थे।
🔗 https://www.tv9hindi.com/health/rapid-surge-in-deaths-from-heart-attacks-2274181.html
2024 : गुजरात में जनवरी-जुलाई 2024 के बीच 47,180 हार्ट अटैक के मामले दर्ज किए गए, यानी प्रतिदिन 223 और प्रति घंटे 9 मामले। इनमें से अधिकांश मरीज 40 वर्ष से कम उम्र के थे। इसके अलावा, कानपुर में एक सब-इंस्पेक्टर की जिम से लौटने के बाद हार्ट अटैक से मृत्यु (2024) और बलिया में एक 20 वर्षीय युवक की डांस के दौरान मृत्यु जैसे मामले इस प्रवृत्ति को और उजागर करते हैं।
🔗 https://hindi.news18.com/news/gujarat/ahmedabad-every-hour-9-people-heart-attack-ahmedabad-223-complaints-every-day-gujarat-heart-attack-panic-8595195.html
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https://www.aajtak.in/uttar-pradesh/story/sub-inspector-dies-of-heart-attack-in-kanpur-kakadev-chest-pain-after-returning-from-gym-lclam-strc-2079926-2024-10-24)[](https://www.jansatta.com/trending-news/20-years-old-boy-died-from-heart-attack-in-ballia-video-viral/3630750/
हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों के कारण
जिम में हार्ट अटैक के मामलों की वृद्धि के पीछे कई जैविक, जीवनशैली और सामाजिक कारक जिम्मेदार हैं। इनमें शामिल हैं:
इंटेंस वर्कआउट और अप्रशिक्षित व्यायाम
विशेषज्ञों के अनुसार, अत्यधिक तीव्रता वाले वर्कआउट, विशेष रूप से बिना उचित प्रशिक्षण या वार्म-अप के, हृदय पर अत्यधिक दबाव डाल सकते हैं। इससे धमनियों में ब्लॉकेज या अनियमित हृदय गति (अरिदमिया) का खतरा बढ़ जाता है। ग्वालियर के हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. पुनीत रस्तोगी के अनुसार, मोटापा, व्यायाम की कमी और अनुचित वर्कआउट इस समस्या के प्रमुख कारण हैं।
🔗 https://mpcg.ndtv.in/madhya-pradesh-news/trend-of-heart-attack-changed-54-deaths-occurred-here-in-23-days-patients-of-this-age-increased-keep-this-in-mind-4922979
खराब जीवनशैली और आहार
भारतीय आबादी में जंक फूड का बढ़ता सेवन, तला हुआ भोजन, और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों की अधिकता ने मोटापा, उच्च कोलेस्ट्रॉल, और डायबिटीज को बढ़ावा दिया है। ये सभी हार्ट अटैक के जोखिम कारक हैं। AajTak की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 25 करोड़ से अधिक लोग धूम्रपान करते हैं, जो हृदय रोगों का एक प्रमुख कारण है।
🔗 https://www.aajtak.in/health/story/heart-attack-deaths-in-india-ncrb-youngster-cardiovascular-disease-reasons-ntc-1487059-2022-06-24)
कोविड-19 का प्रभाव
कोविड-19 के बाद हार्ट अटैक के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। वायरस ने हृदय की कार्यक्षमता को प्रभावित किया, जिससे धमनियों में सूजन और ब्लड क्लॉटिंग का खतरा बढ़ गया। ABP Live की एक रिपोर्ट में बताया गया कि कोविड के बाद हार्ट अटैक के मामले न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी बढ़े हैं।
🔗 https://www.abplive.com/gk/have-heart-attack-cases-increased-across-the-world-after-covid-see-the-figures-2684858
तनाव और नींद की कमी
आधुनिक जीवनशैली में बढ़ता तनाव, कार्यस्थल का दबाव, और सोशल मीडिया के कारण देर रात तक जागना हृदय स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा रहा है। डॉ. संजीव गेरा (फोर्टिस हॉस्पिटल, नोएडा) के अनुसार, खराब जीवनशैली और तनाव इस प्रभाव को और बढ़ा रहे हैं।
🔗 https://www.aajtak.in/lifestyle/news/story/why-have-heart-cases-suddenly-increased-the-doctor-told-the-shocking-reason-tlifp-1837020-2024-01-04
आनुवंशिक कारक
भारतीयों में हृदय रोगों की आनुवंशिक प्रवृत्ति अधिक होती है। यदि परिवार में हृदय रोग का इतिहास है, तो जोखिम दोगुना हो जाता है।
🔗 https://www.1mg.com/articles/why-heart-attack-cases-are-increasing-in-young-and-fit-people-in-hindi/
निदान और रोकथाम के उपाय
हार्ट अटैक के जोखिम को कम करने और जिम में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाए जा सकते हैं:
नियमित स्वास्थ्य जांच
लिपिड प्रोफाइल, ब्लड प्रेशर, और ब्लड शुगर की नियमित जांच हृदय रोगों के जोखिम को कम कर सकती है। 2024 में भारत में हृदय स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ी है, और लोग नियमित चेकअप को प्राथमिकता दे रहे हैं।
🔗 https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-heart-check-ups-jump-in-2024-know-how-india-is-planning-to-fight-cardiac-arrest-8929063.html
संतुलित व्यायाम
जिम में इंटेंस वर्कआउट के बजाय मॉडरेट एक्सरसाइज, जैसे ब्रिस्क वॉकिंग, साइकिलिंग, या योग, को प्राथमिकता देनी चाहिए। विशेषज्ञ की सलाह के बिना हैवी वेट लिफ्टिंग से बचें
🔗 https://www.tv9hindi.com/health/rapid-surge-in-deaths-from-heart-attacks-2274181.html
स्वस्थ आहार
फाइबर युक्त भोजन, ताजे फल, सब्जियां, और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ (जैसे मछली) हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं। तले हुए भोजन और शराब के सेवन से बचें।
🔗 https://sahyadrihospital.com/videos/understanding-heart-attack-in-hindi/
तनाव प्रबंधन
मेडिटेशन, गहरी सांस लेने की तकनीक, और समय पर सोने-जागने की आदत तनाव को कम करती है।
🔗 https://dailynews24.in/health/your-heartbeat-is-telling-you-the-risk-of-heart-attack-172975.html
धूम्रपान और शराब से परहेज
धूम्रपान हृदय तक ऑक्सीजन की आपूर्ति को कम करता है और ब्लड क्लॉटिंग का जोखिम बढ़ाता है। इसे तुरंत छोड़ना आवश्यक है।
🔗 https://redcliffelabs.com/myhealth/heart/heart-attack-symptoms-in-hindi-causes-signs-and-some-ways-to-avoid/
योग और प्राणायाम: हार्ट अटैक की रोकथाम में भूमिका
योग और प्राणायाम न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाते हैं, बल्कि मानसिक शांति और हृदय स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देते हैं। स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान के संस्थापक डॉ. एच.आर. नगेंद्र के अनुसार, खराब जीवनशैली के कारण हृदय रोगों में वृद्धि हुई है, और योग इसका प्रभावी समाधान है।
🔗 https://www.india.com/hindi-news/health/how-yoga-may-enhance-heart-health-5603825/
योग के लाभ:
तनाव कम करता है
भुजंगासन, शवासन, और ताड़ासन जैसे योगासन तनाव को कम करते हैं और कोर्टिसोल के स्तर को नियंत्रित करते हैं
रक्तचाप नियंत्रित करता है
नियमित योग उच्च रक्तचाप को कम करता है, जो हार्ट अटैक का एक प्रमुख कारण है। हृदय की कार्यक्षमता बढ़ाता है
अनुलोम-विलोम और भ्रामरी प्राणायाम हृदय तक ऑक्सीजन की आपूर्ति को बेहतर बनाते हैं।
प्राणायाम के लाभ:
अनुलोम-विलोम
यह प्राणायाम रक्त प्रवाह को सुचारू करता है और धमनियों में ब्लॉकेज के जोखिम को कम करता है।
भ्रामरी
यह तनाव और चिंता को कम करता है, जिससे हृदय पर दबाव कम होता है।
कपालभाति
यह फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाता है और हृदय को मजबूत करता है।
वैज्ञानिक प्रमाण:
अमेरिकन एकेडमी ऑफ योग एंड मेडिटेशन (AAYM) ने चेतावनी दी है कि भारत में हृदय रोग महामारी का रूप ले सकते हैं, लेकिन नियमित योग और ध्यान इस जोखिम को कम कर सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, 6 महीने तक नियमित योग करने वाले व्यक्तियों में कोलेस्ट्रॉल का स्तर 20% तक कम हुआ और रक्तचाप सामान्य रहा।
🖇️ https://www.india.com/hindi-news/health/how-yoga-may-enhance-heart-health-5603825/
सावधानियां:
- योग और प्राणायाम प्रशिक्षित शिक्षक की देखरेख में करें।
- हृदय रोगियों को भारी योगासनों (जैसे शीर्षासन) से बचना चाहिए।
- प्राणायाम को धीरे-धीरे शुरू करें और अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार बढ़ाएं।
जिम में हार्ट अटैक से बचने के लिए टिप्स
वार्म-अप और कूल-डाउन
जिम में वर्कआउट शुरू करने से पहले 5-10 मिनट का वार्म-अप और बाद में कूल-डाउन करें।
हाइड्रेशन व्यायाम के दौरान पर्याप्त पानी पिएं।
प्रशिक्षक की सलाह अनुभवी ट्रेनर की देखरेख में व्यायाम करें।
लक्षणों पर ध्यान
सीने में दर्द, सांस फूलना, या असामान्य थकान होने पर तुरंत व्यायाम बंद करें और चिकित्सक से संपर्क करें।
निष्कर्ष: एक स्वस्थ भविष्य की ओर
भारत में जिम में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों का बढ़ता ग्राफ चिंताजनक है, लेकिन इसे रोका जा सकता है। स्वस्थ जीवनशैली, नियमित स्वास्थ्य जांच, और योग-प्राणायाम जैसे प्राकृतिक उपाय इस समस्या से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। 2024 में हृदय स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता एक सकारात्मक संकेत है। आइए, हम सभी अपने हृदय की देखभाल करें और एक स्वस्थ, लंबी जिंदगी की ओर कदम बढ़ाएं।
🔗 https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-heart-check-ups-jump-in-2024-know-how-india-is-planning-to-fight-cardiac-arrest-8929063.html
#संकलन Grok के सहयोग से
गिरीश बिल्लौरे मुकुल
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