Wikipedia
खोज नतीजे
बुधवार, 6 जून 2012
धीमे धीमें गुनगुनाने वाली अचानक तेज़ सुरों से

सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
ad
कुल पेज दृश्य
-
अध्याय 01 में आपने पढ़ा कि किस प्रकार से वामपंथी और भारतीय सहित्यकारों ने इतिहासकारों के साथ मिलकर इस मंतव्य को स्थापित कर दिया कि...
-
आमतौर पर अपने आप को इंटेलेक्चुअल साबित करने वाले लोग आत्मा के अस्तित्व को अस्वीकार करते हैं ! जो लोग परंपरागत विचारों को मानते हैं वह आत्म...
ना में छिपी हाँ को पहचान ही लिया आखिर.............
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर अभिव्यक्ति.
अनु
wah wah wah.......kitna bhaw chhupa hai is chhoti si kavita me ....badhai
जवाब देंहटाएंbahut sundar bhaav ..
जवाब देंहटाएंshubhkamnayen ...
एक सुन्दर भावपूर्ण रचना |
जवाब देंहटाएंआशा
भावपूर्ण और शायद मन:स्थिति का खूबसूरत चित्रण
जवाब देंहटाएंमेरा आमंत्रण !! kya kahna hai.
जवाब देंहटाएं