![[Cartoon_Eye_by_janab93.jpg]](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiPy4_c3pt3uhavjn74HTd1fneZZfaBtruJ5rg1CK35dwaQmV37P2BHV7x_zddo3ZMl4LwNodMjFofQBM_8re8YWWI7wnqMP4w-FhNAe7v-0O3emY4qd03sroW__bkcgrCbwgfDVyFyP1g/s400-rw/Cartoon_Eye_by_janab93.jpg)
इधर एक दफ़्तर में साब को अपने सारे मातहत कामचोर नज़र आते थे . साहब के कर्मचारी मंटू भाई बड़े शातिर थे सोचा स्साले साहब की वाट लगाने का उम्दा मौका है सो पहुंच गये बिना आंख आए काला चश्मा लगाए. साहब के कमरे में बोले:-सर, ये फ़ाईल में ज़रा........?
साहब बहादुर ने ज्यों चश्माधारी को देखा बोले अरे कमरे में चश्मा... तमीज़ भूल गये हो क्या हीरो गर्दी सवार है सर पे...?
”न सर जी आखें आईं हैं मेरी ”
साहब फ़ौरन बोले भाइ ज़ल्द कमरे से जाओ, रुको मत तुम्हारी छुट्टी बिदाउट एप्लिकेशन जाओ..
मंटू:-सर, फ़िर ये काम कौन करेगा...?
अरे काम वाम को मारो गोली भागो इधर से...
मियां मंटू भाग लिये. पांच दिन आराम से ससुराल की यात्रा भी कर आये सालियों से नैन मटक्के के दौरान एक साली का आई फ़्लू जीजू की आंख में शिफ़्ट हो गया. अब घर वापसी हुई दूसरे दिन वही हाल दफ़्तर जाना ज़रूरी था सो गये. वही काला चश्मा फ़र्क ये था कि अब वाक़ई आंख आ चुकी थी . साहब को इस बार लगा कि शायद मंटू झूठ बोल रहा है सो कमरे में बुलाया :- अरे, क्या दस दिन लगेंगे चश्मा उतारो काम करो बहाना मत करो ?
बस, भरी पूरी आंख खोल दी साहब बहादुर के सामने और लगा घूरने .. साहब की हालत पतली दाल से भी पतली हो गई. झट जाने क्या हुआ..... मंटू को छुट्टी देते हुए घिघियाने लगे बोले भाई मुझे माफ़ करना मैने तुम पर एतबार नहीं किया.
दूसरे दिन बड़े बाबू से फ़ोन पर पूछा कि साहब के क्या हाल है..?
बड़ा बाबू:- तीन दिन की छुट्टी की दर्ख्वास्त आ गई है खुश हो न ...?
आंख आने के ज्यादा फ़ायदे है आंख लडने से
जवाब देंहटाएंहमारी आँखों में भी कुछ कुछ होने लगा है
जवाब देंहटाएंक्यों देश को कामचोरी के नुस्खे सिखा रहे हो, वैसे ही सारा देश कामचोर है। वैसे ये आँखों का आना ऐसा ही घातक है कि बॉस एकदम से बोल देता है कि भाई घर जाओ। बढिया है।
जवाब देंहटाएंपापला जी कुछ कुछ तो होता ही है इस उम्र में
जवाब देंहटाएंधीरू भाई सच्ची बात कह गये गुरु
जवाब देंहटाएंअजित जी
जवाब देंहटाएंसरकारी आदामी हूं जो दिखा सो लिख मारा