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नमस्ते और स्वागत है मन की बात ब्लॉग पर जहाँ आज हम अंतरिक्ष अन्वेषण और तकनीक की नवीनतम कहानियों को आपके सामने लाते हैं।
मैं हूँ गिरीश बिल्लौरे मुकुल , और आज हम बात करने जा रहे हैं दो नासा अंतरिक्ष यात्रियों, सुनीता विलियम्स और विल्मोर की अविश्वसनीय यात्रा के बारे में। ये दोनों अनुभवी अंतरिक्ष यात्री हाल ही में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर एक लंबी अवधि की यात्रा से लौटे हैं, उनकी यात्रा मूल रूप से सिर्फ एक सप्ताह के लिए थी,
लेकिन तकनीकी वज़ह से यह यात्रा नौ महीने तक खिंच गई।
तो, चलिए शुरू करते हैं
सुनीता और बुच विल्मोर का परिचय
सबसे पहले, आइए इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों के बारे में थोड़ा जान लें। सुनीता विलियम्स एक ऐसी शख्सियत हैं जिनका नाम आपने सपना सुना ही है ।
वे भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री हैं, जिनका जन्म 1965 में ओहियो में हुआ था।
सुनीता ने अमेरिकी सेना में टेस्ट पायलट के रूप में काम किया और 30 से अधिक विभिन्न विमानों में 3,000 से ज्यादा उड़ान घंटे पूरे किए।
वे आईएसएस पर लंबी अवधि तक रह चुकी हैं और पहले 322 दिन अंतरिक्ष में बिता चुकी हैं। एक समय वह सबसे लंबी अंतरिक्ष उड़ान करने वाली महिला थीं।
बुच विल्मोर , का पूरा नाम बैरी बुच विल्मोर है। 1962 में टेनेसी में जन्मे ब विल्मोर सेना के रिटायर्ड कैप्टन हैं और एक अनुभवी टेस्ट पायलट भी।
वह स्पेस शटल और रूसी सोयुज अंतरिक्ष यान दोनों से उड़ान भर चुके हैं। इस मिशन से पहले वह 178 दिन अंतरिक्ष में बिता चुके थे। सुनीता और विल्मोर दोनों ही अपने अनुभव और कौशल के दम पर अंतरिक्ष यात्रा के क्षेत्र में बड़े नाम हैं।
5 जून, 2024 को सुनीता और विल्मोर ने फ्लोरिडा के केप कैनवरल से बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में सवार होकर उड़ान भरी। यह स्टारलाइनर का पहला मानव मिशन था, जो नासा के कमर्शियल क्रू प्रोग्राम का हिस्सा था।
योजना तो यह थी कि यह एक आठ दिन का टेस्ट मिशन होगा—आईएसएस तक जाना, वहाँ कुछ दिन बिताना, और फिर धरती पर वापस आना।
लेकिन दुर्भाग्य बस सब कुछ योजना के मुताबिक नहीं हुआ।
लॉन्च से पहले ही स्टारलाइनर में एक हीलियम लीक की समस्या सामने आई थी, लेकिन नासा और बोइंग ने इसे स्थिर मानकर मिशन को आगे बढ़ाया।
स्टार लाइनर आईएसएस के पास पहुँचा जरूर लेकिन इसमें चार बार हीलियम लिख के मामले सामने आए और पाँच थ्रस्टर फेल होने की शिकायत पाई गई।
ये थ्रस्टर अंतरिक्ष यान को नियंत्रित करने के लिए बहुत जरूरी होते हैं, खासकर डॉकिंग और वापसी के दौरान।
फिर भी, सुनीता और विल्मोर ने 6 जून, 2024 को आईएसएस के साथ सफलतापूर्वक डॉकिंग की।
लेकिन स्टारलाइनर की समस्याओं के चलते उनकी वापसी जानलेवा साबित हो सकती थी। उनकी वापसी के लिए स्टार लाइनर को दुरुस्त करने की सारी कोशिशों की नाकामयाबी के बावजूद दोनों ने आईएसएस के क्रू के साथ मिलकर कई वैज्ञानिक प्रयोग किए, जैसे कि माइक्रोग्रैविटी का मानव शरीर पर प्रभाव और भविष्य के मिशनों के लिए नई तकनीकों का परीक्षण।
सुनीता ने अपनी स्पेसवॉक की कला को भी जारी रखा। इस मिशन के दौरान उन्होंने अपनी नौवीं स्पेसवॉक पूरी की और महिला अंतरिक्ष यात्री के रूप में सबसे ज्यादा समय 62 घंटे और 6 मिनट स्पेसवॉक करने का रिकॉर्ड बनाया।
विल्मोर ने भी स्टेशन के रखरखाव में मदद की और कुछ समय के लिए कमांडर की भूमिका भी निभाई।
दोनों ने मिलकर यह सुनिश्चित किया कि आईएसएस सुचारू रूप से चलता रहे।
स्टारलाइनर की तकनीकी समस्याओं की की चर्चा करें तो हम पाते हैं कि हीलियम लीक और थ्रस्टर फेल होने की वजह से यान की वापसी जोखिम का सौदा हो गया था ।
नासा और बोइंग ने इन समस्याओं को समझने और ठीक करने की बहुत कोशिश की।
सितंबर 2024 में स्टारलाइनर को बिना क्रू के धरती पर वापस लाया गया ताकि और डेटा इकट्ठा किया जा सके।लेकिन सुनीता और विल्मोर को अगस्त 2024 में यह फैसला सुनाया गया कि वे स्टारलाइनर से नहीं, बल्कि स्पेसएक्स के क्रू ड्रैगन यान से वापस आएँगे।
इसके लिए उन्हें फरवरी 2025 तक इंतजार करना था, जो बाद में मार्च 2025 तक बढ़ गया।
इस बीच, इस स्थिति ने कुछ राजनीतिक ध्यान भी खींचा स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने उस राष्ट्रपति चुनाव के दौरान एक राजनैतिक टिप्पणी की थी । जिसमें कहा गया था कि अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में "छोड़ दिया गया" था।
लेकिन सुनीता और विल्मोर ने एक साक्षात्कार में इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि वे "फँसे" नहीं थे और टेस्ट मिशन में ऐसी देरी संभव थी।
उन्होंने नासा पर भरोसा जताया और अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
इस दौरान आम जनता में उनकी सेहत को लेकर बेहद चिंता व्यक्त की जा रही थी। सुनीता के पतले दिखने की खबरों से लोग चिंतित हुए।
लेकिन नासा ने स्पष्ट किया कि उनके पास पर्याप्त भोजन था और उनकी सेहत की निगरानी की जा रही थी। आईएसएस पर फ्रीज-ड्राय और थर्मोस्टैबिलाइज़्ड भोजन के साथ-साथ ताजे फल और सब्जियाँ भी उपलब्ध होती हैं। डॉक्टर नियमित रूप से उनकी जाँच करते थे ताकि उनकी शारीरिक और मानसिक सेहत बनी रहे।
आखिरकार, 18 मार्च, 2025 को सुनीता और बुच विल्मोर स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन में सवार होकर धरती पर लौटे। 17 घंटे की यात्रा के बाद उनका यान फ्लोरिडा के तट पर मैक्सिको की खाड़ी में उतरा।
उनकी वापसी की तस्वीरों में वे मुस्कुराते और हाथ हिलाते नजर आए, जो उनकी राहत को दर्शाता था।
पहली बात, यह नासा के लिए बोइंग और स्पेसएक्स के यह से लौटने वाले दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की सहनशक्ति और अनुकूलन शीलता को उजागर करता है।
तो दोस्तों, सुनीता विलियम्स और विल्मोर की यह यात्रा हमें मानव दृढ़ता और अंतरिक्ष अन्वेषण की जटिलताओं की याद दिलाती है। आठ दिन के मिशन से नौ महीने की यात्रा तक, उनकी कहानी प्रेरणादायक है।
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