वेबदुनियां पर रवींद्र व्यास का आलेख
इसके ब्लॉगर हैं गिरीश बिल्लोरे मुकुल। इस ब्लॉग को देखकर ही लगता है कि वे इश्क और प्रीत को लेकर बहुत सारी, अलग अलग रूप और रंगों की भावनाओं को यहाँ अलग अलग ढंग से अभिव्यक्त करते हैं। कभी किसी तस्वीर के बहाने, कभी किसी गीत के बहाने और कभी किसी कविता के बहाने। और कभी कभी कोई कहानी गढ़कर भी।....
( अधिक पढ़ने के लिये वेबदुनिया http://hindi.webdunia.com/samayik/article/article/0910/02/1091002014_1.htm)
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