आखिर आभास जोशी ने ही सम्हाली छोटे उस्ताद की कमान
गीत-संगीत के रियलिटी शो में टी आर पी की दौड़ में पीछे सरकते हुए स्टार प्लस ने आख़िरकार आभास को ही अंतिम रूप से छोटे उस्ताद की एकंरिंग के लिये बुलावा ही लिया. छोटे उस्ताद के मौज़ूदा सत्र में एक से बढ़कर एक उम्दा बाल गायकों की प्रतिभा के से परिचित न करा पाने के लिये स्टार –प्लस ने समीक्षा में पाया कि बिना प्रभावशाली सूत्रधार के यह संभव नहीं अंतत: आठ एपीसोड के बाद आभास को बुलाना ज़रूरी समझा . पहले ही एपीसोड में आभास ने टपोरी की भूमिका में दर्शक जुटाने शुरु कर दिये .
पोलिओ ग्रस्त बच्चों की मदद के लिये गत वर्ष जारी बावरे फ़क़ीरा प्रस्तुति के बाद सव्यसाची कला ग्रुप जबलपुर द्वारा बच्चों के लिये रुचिकर ”टंग-ट्विस्टर” (जीभ पलट) गीतों के एलबम की तैयारीयां शुरु कर दीं हैं. इस एलबम से अर्जित आय भी संस्था द्वारा ग्राम सोहड़ के नेत्रहीन बच्चे मंगल के लिये खर्च की जावेगी. वर्ष 2008 में आंगनवाड़ी भ्रमण के दौरान गम्भीर कुपोषण के शिक़ार मंगल का पोषण स्तर बढ़ा कर उसके जीवन को संवारने का संकल्प मैने लिया था जिसे पूरा करने आभास जोशी,संगीतकार श्रेयस जोशी ने सहमति दी है. एलबम के लिये संगीत संयोजना का कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है. यह एलबम एक नामी कम्पनी द्वारा इंटरनेट पर जारी किया जाएगा.
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खोज नतीजे
सोमवार, 23 अगस्त 2010
आभास जोशी का नया जीभ पलट एलबम अपर रोलर लोअर रोलर
जन्म- 29नवंबर 1963 सालिचौका नरसिंहपुर म०प्र० में।
शिक्षा- एम० कॉम०, एल एल बी
छात्रसंघ मे विभिन्न पदों पर रहकर छात्रों के बीच सांस्कृतिक साहित्यिक आंदोलन को बढ़ावा मिला और वादविवाद प्रतियोगिताओं में सक्रियता व सफलता प्राप्त की। संस्कार शिक्षा के दौर मे सान्निध्य मिला स्व हरिशंकर परसाई, प्रो हनुमान वर्मा, प्रो हरिकृष्ण त्रिपाठी, प्रो अनिल जैन व प्रो अनिल धगट जैसे लोगों का। गीत कविता गद्य और कहानी विधाओं में लेखन तथा पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशन। म०प्र० लेखक संघ मिलन कहानीमंच से संबद्ध। मेलोडी ऑफ लाइफ़ का संपादन, नर्मदा अमृतवाणी, बावरे फ़कीरा, लाडो-मेरी-लाडो, (ऑडियो- कैसेट व सी डी), महिला सशक्तिकरण गीत लाड़ो पलकें झुकाना नहीं आडियो-विजुअल सीडी का प्रकाशन
सम्प्रति : संचालक, (सहायक-संचालक स्तर ) बालभवन जबलपुर
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अच्छी प्रस्तुति। आभार
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