और अब सुनिए
Wikipedia
खोज नतीजे
मंगलवार, 24 नवंबर 2009
इनको आज सुनना ज़रूरी है...!!
जन्म- 29नवंबर 1963 सालिचौका नरसिंहपुर म०प्र० में।
शिक्षा- एम० कॉम०, एल एल बी
छात्रसंघ मे विभिन्न पदों पर रहकर छात्रों के बीच सांस्कृतिक साहित्यिक आंदोलन को बढ़ावा मिला और वादविवाद प्रतियोगिताओं में सक्रियता व सफलता प्राप्त की। संस्कार शिक्षा के दौर मे सान्निध्य मिला स्व हरिशंकर परसाई, प्रो हनुमान वर्मा, प्रो हरिकृष्ण त्रिपाठी, प्रो अनिल जैन व प्रो अनिल धगट जैसे लोगों का। गीत कविता गद्य और कहानी विधाओं में लेखन तथा पत्र पत्रिकाओं में प्रकाशन। म०प्र० लेखक संघ मिलन कहानीमंच से संबद्ध। मेलोडी ऑफ लाइफ़ का संपादन, नर्मदा अमृतवाणी, बावरे फ़कीरा, लाडो-मेरी-लाडो, (ऑडियो- कैसेट व सी डी), महिला सशक्तिकरण गीत लाड़ो पलकें झुकाना नहीं आडियो-विजुअल सीडी का प्रकाशन
सम्प्रति : संचालक, (सहायक-संचालक स्तर ) बालभवन जबलपुर
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
ad
कुल पेज दृश्य
-
आप जानते ही हैं कि सनातनियों के लिए अति महत्वपूर्ण पितृपक्ष 18 सितंबर 2024 से प्रारंभ हो चुका है। पितृपक्ष सनातनियो...
-
तुम चुप क्यों हो कारण क्या है ? गुमसुम क्यों हो कारण क्या है ? जलते देख रहे हो तु...
-
तूने दस्तक ज़रूर दी होगी..? मै वो आवाज़ नहीं सुन पाया कितनी आवाज़ें गिर्द मेरे हैं तेरा एहसास नही हो पाया ! ************** हर तरफ़ शोर ...
सुनते हैं अभी!
जवाब देंहटाएंwah .....jai ho ....kya shandar blog hai ...badhai ho guru.........
जवाब देंहटाएंभाई ये तो मेरी पसंद का भ है 'तेरे बिना जिन्दगी शिकवा तो नहीं .. शिकवा तो नहीं . बड़ा मधुर प्यारा गीत है . मनभावन प्रस्तुती .
जवाब देंहटाएंअजी हम तो रोज ्सुनते है, आज कया कोई खास बात है, जो आप इन्हे सुना रहे है?
जवाब देंहटाएंदादा जी आज कोई ख़ास याद आ रहा है
जवाब देंहटाएंसमीर भाई
ज़रूर सुन लेना वरना जाम लेके बैठ जाओ
महेंद्र जी शुक्रिया डूबे जी आभार
और वो बवाल जाती का इंसान किधर गुम गया
बहुत ही ख़ास है यह गाना। वाह वाह । क्या कहाना किशोर और लता जी की अदायगी का !
जवाब देंहटाएंतेरे बिना जिंदगी...
जवाब देंहटाएंयही अपनी भी पसंद है भाई।
शुक्रिया।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI }
बहुत सुन्दर ! बधाई आज जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएं